अंतर क्षेत्रीय खेलकूद स्पर्धा में पूर्वी जोन रहा सर्वश्रेष्ठ
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में अंतर क्षेत्रीय खेलकूद स्पर्धा का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण जोन के अंतर्गत आने वाले 49 महाविद्यालयों के चयनित 192 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस तीन दिवसीय अंतर क्षेत्रीय खेलकूद स्पर्धा में पूर्वी जोन सवर्श्रेष्ठ जोन रहा और दक्षिण जोन द्वितीय स्थान पर रहा। अंतर क्षेत्रीय खेलकूद स्पर्धा में चयनित 40 प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले आयोजन में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
अंतर क्षेत्रीय खेलकूद स्पर्धा के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें 1500 मीटर दौड़ में बालक वर्ग से राज कुमार तथा बालिका वर्ग से सुमाती प्रथम स्थान पर रहीं। 800 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में बालक वर्ग से राज कुमार तथा बालिका वर्ग से मीरा प्रथम स्थान पर रहीं। 400 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में बालक वर्ग से राकेश निचामी तथा बालिका वर्ग से मिताली जोशी प्रथम स्थान पर रहीं। 200 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में बालक वर्ग से विजय कुमार तथा बालिका वर्ग से मोनिका नेताम प्रथम स्थान पर रहीं। 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में बालक वर्ग से अक्षय कुमार तथा बालिका वर्ग से नीलवती नाग प्रथम स्थान पर रहीं।
इसी प्रकार डिस्कस थ्रोव स्पर्धा में समीर कैमरो तथा पार्वती कार्कें प्रथम स्थान पर रहीं। भाला फैंक स्पर्धा में मनोज कुमार तथा अनुग्रही टोप्पो प्रथम स्थान पर रहीं। अन्य स्पर्धाओं में खो-खो बालक वर्ग से दक्षिण जोन एवं बालिका वर्ग से उत्तर जोन के प्रतिभागी प्रथम स्थान पर रहे। वालीवाल में बालक वर्ग से पूर्वी जोन तथा बालिका वर्ग से दक्षिण जोन के प्रतिभागी प्रथम स्थान पर रहे। बेडमिंटन में बालक एवं बालिका वर्ग से पूर्वी जोन के प्रतिभागी प्रथम स्थान पर रहे। कबड्डी में बालक वर्ग से पश्चिम जोन तथा बालिका वर्ग से उत्तर जोन के प्रतिभागी प्रथम स्थान पर रहे।
इस तीन दिवसीय खेलकूद स्पर्धा के समापन समारोह में संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी में ऊर्जा है, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर परिलक्षित होती है। युवकों में अनुशासन, लगन और देशभक्ति की भावना है,जो खेलकूद जैसी स्पर्धाओं में नजर आता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आव्हान किया कि सप्ताह में एक दिन खेलकूद के लिए सुनिश्चित करें। उन्होंने आगे कहा कि ‘खेल में हार-जीत का समय कुछ सेकेण्ड होते हैं, जिनमें प्रतिभागी हारकर भी जीतते हैं। छात्रों में सफलता अर्जित करने की भरपूर क्षमता होती है, जिसे सार्थक करने के लिए अपनी क्षमता से आगे बढ़कर विजेता बने। कार्यक्रम के आरम्भ में स्वागत भाषण देते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. (मेजर) जी.के. श्रीवास्तव ने कहा कि संतुलित जीवन और व्यक्तित्व में निखार खेलकूद से होता है। कार्यक्रम के अंत में खेल अधिकारी डॉ. आर.के. ठाकुर ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संचालक अनुसंधान डॉ. विवेक त्रिपाठी, निदेशक विस्तार डॉ. अजय वर्मा, निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ. एस.एस. टुटेजा, अधिष्ठातागण डॉ. के.एल. नन्देहा, डॉ. विनय पाण्डेय, डॉ. ए.के. दवे, डॉ. एच.सी. नंदा, डॉ. एन.के. रस्तोगी, डॉ. निरंजन खरे, प्राध्यापक एवं वैज्ञानिकगण डॉ. व्ही.बी. कुरूवंशी, डॉ. आर.पी. कुजूर, डॉ. पी.एल. जानसन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशुलता ने किया।