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इस्लामिक स्टेट ने अफगानिस्तान में हुए हमले की जिम्मेदारी ली

इस्लामिक स्टेट ने अफगानिस्तान में हुए हमले की जिम्मेदारी ली

गाजा में इजराइल-हमास युद्ध के दृश्यों ने मेरा भी दिल तोड़ दिया: बाइडन

पीओके के पूर्व पीएम गिरफ्तार, संपत्ति हथियाने और गोलीबारी की घटना में शामिल होने का आरोप

इस्लामाबाद
 इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने मध्य अफगानिस्तान में विदेशियों पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है जिसमें तीन स्पेनिश नागरिक और तीन अफगान मारे गए।

गृह मंत्री के प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी के अनुसार, प्रमुख पर्यटक क्षेत्र बामियान प्रांत में शुक्रवार को हुए हमले में सात लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि घटनास्थल से सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।

इस्लामिक स्टेट समूह ने रविवार देर रात अपनी समाचार एजेंसी अमाक पर बयान जारी कर कहा कि आईएस के लड़ाकों ने पर्यटकों और उनके गाइड को ले जा रही एक बस पर हमला किया। इसमें कहा गया, ‘यह हमला आईएस नेताओं के यूरोपीय संघ के नागरिकों (चाहे वे कहीं भी हों) को निशाना बनाने के निर्देशों के बाद किया गया था।’

स्पेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके तीन नागरिक मारे गए और कम से कम एक अन्य घायल हो गया। बामियान में तालिबान के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर होने की शर्त पर बताया (क्योंकि उसे मीडिया से बात करने का अधिकार नहीं है) कि घायल हुए चार विदेशी स्पेन, नॉर्वे, ऑस्ट्रेलिया और लातविया के थे।

गृह मंत्री के प्रवक्ता कानी ने कहा कि सभी घायलों को इलाज के लिए राजधानी काबुल ले जाया गया है और उनकी हालत स्थिर है।

कंधार पुलिस प्रमुख के कार्यालय ने बताया कि सोमवार को एक अलग घटना में दक्षिणी शहर कंधार में एक हथगोला फट गया, जिसमें कम से कम एक नागरिक की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।

बयान में कहा गया कि पुलिस कंधार हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़क के पास हुए विस्फोट की जांच कर रही है। अभी तक किसी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है।

 

गाजा में इजराइल-हमास युद्ध के दृश्यों ने मेरा भी दिल तोड़ दिया: बाइडन

अटलांटा
 अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने  इजरायल-हमास युद्ध पर अमेरिकी छात्रों की पीड़ा को स्वीकार किया और ऐतिहासिक ब्लैक मोरहाउस कॉलेज के स्नातकों से कहा कि उन्होंने उनके विरोध की आवाजें सुनी हैं और गाजा में संघर्ष के दृश्यों ने उनका भी दिल तोड़ दिया। उन्होंने छात्रों से कहा, ‘मैं शांतिपूर्ण अहिंसक विरोध प्रदर्शन का समर्थन करता हूं।’

बाइडन ने कहा कि गाजा में मानवीय संकट है, ‘इसलिए मैंने युद्ध को रोकने के लिए तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया है’ और कहा है कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास आतंकवादियों के हमले के बाद हमास द्वारा अभी भी बंधक बनाए गए लोगों को घर लाया जाए। राष्ट्रपति ने अमेरिकी लोकतंत्र और इसकी सुरक्षा में उनकी भूमिका पर भी विचार किया।

बाइडन ने कहा, “यह दुनिया की सबसे कठिन, सबसे जटिल समस्याओं में से एक है।” उन्होंने कहा, “इसमें कुछ भी आसान नहीं है। मैं जानता हूं कि यह मेरे परिवार सहित आपमें से कई लोगों को क्रोधित और निराश करता है। मैं जानता हूं कि इससे आपका दिल टूट जाता है। यह मेरा भी दिल तोड़ देता है।” बाइडन ने लगभग 30 मिनट के भाषण का अधिकांश समय घरेलू समस्याओं पर केंद्रित रखा। उन्होंने अप्रवासियों पर डोनाल्ड ट्रम्प की बयानबाजी की निंदा की।

 

पीओके के पूर्व पीएम गिरफ्तार, संपत्ति हथियाने और गोलीबारी की घटना में शामिल होने का आरोप

इस्लामाबाद
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के पूर्व प्रधानमंत्री सरदार तनवीर इलियास खान को पारिवारिक संपत्ति विवाद मामले में गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तारी के बाद उन्हें  मार्गल्ला पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया। कैपिटल पुलिस ने भी उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की। इलियास को पारिवारिक संपत्ति जब्त करने और गोलीबारी की एक घटना में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

इलियास की गिरफ्तार के बाद समर्थकों ने पुलिस स्टेशन के बाहर किया प्रदर्शन
इलियास की गिरफ्तारी के बाद वकील और उनके समर्थक पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन करने लगे, जबकि पार्टी के कार्यकर्ता उनके आवास के बाहर इकट्ठा हुए। एक मई को इलियास के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उनपर सेंटोरस मॉल के केंद्रीय कार्यालयों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को हथियाने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। सेंटोरस मॉल के डिप्टी सुरक्षा प्रभारी कर्नल (सेवानिवृत्त) टीपू सुल्तान ने इलियास के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।

आरोपियों की सूची में अन्य नाम भी शामिल
इलियास के अलावा आरोपियों की सूची में मोहम्मद अली, अनिल सुल्तान, रिजवान और अन्य संदिग्धों के नाम भी शामिल हैं। एफआईआर के अनुसार, सरदार तनवीर इलियास 20 से 25 व्यक्तियों के एक सशस्त्र समूह के साथ सेंटोरस मॉल के परिसर को कब्जा करने के इरादे से ताला तोड़कर मॉल के कार्यालय 1708 में दाखिल हुए थे। स्थानीय मीडिया के अनुसार, सुरक्षा गर्ड के उनके इस प्रयास को नाकाम कर दिया। सरदार तनवीर इलियास ने सरदार इलियास खान और सरदार डॉ. राशिद इलियास खान को जान से मारने की भी धमकी दी थी।

एफआईआर में बताया गया कि तनवीर इलियास और उनके सहयोगियों ने सुरक्षा अधिकारी पर हमला भी किया। घटना की जानकारी मिलने पर कानून प्रवर्तन अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, जहां सरदार तनवीर इलियास ने कर्नल (सेवानिवृत्त) टीपू सुल्तान पर गोली चलाई, जिसमें वह (टीपू सुल्तान) बाल-बाल बच गए।  

 

 

 

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