कश्मीर घाटी चुनाव से पहले किसने दहलाई ? खुफिया रिपोर्ट में लश्कर से खास नाता का खुलासा
श्रीनगर।
लोकसभा चुनाव से दो दिन पहले बारामूला में शनिवार रात जम्मू-कश्मीर (J&K) में हुए दो आतंकी हमले में शोपियां में एक पूर्व सरपंच की मौत हो गई और अनंतनाग में राजस्थान के एक पर्यटक कपल घायल हो गए। खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा समर्थित द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का हाथ है।
एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा, “पिछले तीन महीनों में कश्मीरी पंडितों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े नेताओं, कश्मीर के बाहर के पर्यटकों और सुरक्षा बलों पर आतंकी हमलों की खुफिया सूचनाएं मिली हैं। ये दो हमले घाटी के बाहर के पर्यटकों और एक सरपंच पर थे जो भाजपा से जुड़े थे।” सूत्रों ने कहा, “आतंकवादी हमले मुख्य रूप से दो कारणों से किए गए। पहला चुनाव के दौरान माहौल खराब करने और दूसरा आगामी यात्रा। और पर्यटकों पर हमले आतंकियों की हताशा को दर्शाता है, जो बताता है कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) हमले करने के लिए बेताब है। इसके अलावा अपने चुनावी भाषणों में पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद घाटी में पूर्ण सामान्य स्थिति की बात की है। उनके दावों से आतंकवादी और हताश हो गए होंगे।''
पहलगाम और हिरपोरा हमले
पहला हमला पहलगाम के पास एक खुले पर्यटक शिविर पर हुआ। कश्मीर जोन पुलिस ने एक्स पर कहा, “आतंकवादियों ने अनंतनाग के यन्नार में जयपुर की रहने वाले एक महिला फरहा और उसके पति तबरेज़ पर गोलीबारी की और उन्हें घायल कर दिया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इलाके की घेराबंदी कर दी गई।'' अधिकारियों ने बताया कि आधे घंटे के भीतर एक अन्य हमले में आतंकवादियों ने रात करीब साढ़े दस बजे शोपियां के हिरपोरा में भाजपा से जुड़े पूर्व सरपंच ऐजाज शेख की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि शेख को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। एक के बाद एक हमले ऐसे समय में हुए जब अनंतनाग-राजौरी सीट पर संसदीय चुनाव के लिए प्रचार चल रहा था। बारामूला में सात चरण के आम चुनाव के पांचवें दौर में 20 मई को मतदान होगा।