छत्तीसगढ़

प्रदेश के सभी जिलों में चलेगा स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम

रायपुर

छत्‍तीसगढ़ के सभी जिलों में स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम संचालित किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। वर्तमान में यह योजना 19 जिलों में संचालित किया जा रहा है। पांच जिलों के सभी स्कूलों में दो-दो शिक्षकों (एक महिला व एक पुरुष) को प्रशिक्षण देने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से 19 जिलों में 9,456 स्कूलों के 16,443 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से साढ़े बारह हजार को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रोग्राम पर नजर रखने के लिए स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम एप भी बनाया है। इसकी मानिटरिंग केंद्रीय स्तर से की जाएगी। विद्यार्थियों को पढ़ाते हुए शिक्षकों को एप में तस्वीर अपलोड करनी है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूल जाने वाले बच्चों में स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी जागरूकता पैदा करना और विद्यालय स्तर पर संचालित स्वास्थ्य गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है। स्कूल शिक्षा विभाग के साथ मिलकर जुलाई से सभी स्कूलों में प्रोग्राम को संचालित किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय से दो शिक्षकों को हेल्थ एंड वेलनेस एंबेसडर बनाया जाएगा। प्रत्येक सप्ताह एक घंटे रोचक गतिविधियों से एंबेसडर बच्चों को जागरूक करेंगे।

11 बिंदुओं पर केंद्रित, दो विद्यार्थी बनेंगे हेल्थ-वेलनेस मैसेंजर
आयुष्मान भारत के तहत स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम में 11 बिंदुओं पर अभियान का फोकस रहेगा। पाठ्यक्रम में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना, प्रजनन, स्वास्थ्य एवं एचआइवी की रोकथाम, पोषण स्वास्थ्य और स्वच्छता, पदार्थ के दुरुपयोग की रोकथाम और प्रबंधन, भावनात्मक कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य, पारस्परिक संबंध में स्वास्थ्य बढ़ाना, जेंडर समानता, चोटों से सुरक्षा, इंटरनेट और सोशल मीडिया से सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देना प्रमुख बिंदु शामिल हैं। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक कक्षा से दो विद्यार्थियों को हेल्थ एवं वेलनेस मैंसेंजर नियुक्त किए जाएंगे, जो स्वास्थ्य संबंधी संदेशों को समाज तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। किसी छात्र के बीमार पड़ने पर मैसेंजर इसकी जानकारी एंबेसडर यानी शिक्षक को देंगे ताकि पीड़ित को अच्छा इलाज मिल सके।

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के उप संचालक डा. वीआर भगत ने कहा, वर्तमान में 19 जिलों में कार्यक्रम को संचालित किया जा रहा है, जिसे प्रदेशभर में लागू किया जाएगा। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना है। स्कूल में विद्यार्थियों को जो जानकारी मिलेगी, वे स्वजन को भी बताएंगे।

इन जिलों में प्रशिक्षण पूर्ण
बलरामपुर, दुर्ग, जशपुर, कारिया और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर इन जिलों में प्रशिक्षण संचालित महासमुंद, बस्तर, सुकमा, नारायणपुर, राजनांदगांव, खैरागढ़, मोहला मानपुर, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, कांकेर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव।

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