योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, एक घंटे तक चला मंथन

नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। पीएम मोदी के साथ सीएम योगी की यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हुई। इसके साथ ही यूपी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी बातचीत हुई है। सीएम योगी ने महाकुंभ आयोजन के सफल आयोजन को लेकर भी चर्चा की।
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। सीएम योगी और नड्डा के बीच लंबी बातचीत हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हुई और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी बात हुई थी।कुछ दिन पहले ही बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े भी लखनऊ पहुंचे थे।इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नामों पर चर्चा हुई थी।
योगी ने नड्डा को भेंट की महाकुंभ की कॉफी टेबल बुक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को महाकुंभ की कॉफी टेबल बुक भी भेंट की। यूपी के सीएम ने एक्स पर लिखा, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा जी से आज नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए आपका हार्दिक आभार।
मुलाकात बेहद अहम
यीएम योगी की यह दोनों मुलाकातें इसलिए अहम मानी जा रही हैं, क्योंकि यूपी समेत देश के अन्य हिस्सों में बीजेपी में संगठन के चुनाव चल रहे हैं। यूपी में बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलना है। इसकी कवायद तेज हो गई है। मंडल अध्यक्ष के चुनाव हो गए हैं। अब जिलाध्यक्ष के नामों का ऐलान होना बाकी है। नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का भी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।
मंत्रिमंडल विस्तार की भी चर्चाएं
यूपी में उपचुनाव में बंपर जीत के बाद लंबे समय से योगी मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चाएं भी हैं। माना जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव के लिए अपने हिसाब से टीम तैयार करेंगे, जिसके लिए कुछ नेता सरकार से संगठन में और कुछ संगठन से सरकार में किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, योगी सरकार कई मंत्रियों के कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं।नतीजे ना देने वाले मंत्री हटाए जा सकते हैं और कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव की संभावना है. मंत्रिमंडल विस्तार में नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं और कइयों को संगठन भेजा जा सकता है।