छत्तीसगढ़ के धमतरी के अछोटा में प्रदेश का पहला फ्री वाईफाई रीपा सेंटर खुला
धमतरी
छत्तीसगढ़ के धमतरी के अछोटा में प्रदेश का पहला फ्री वाईफाई रीपा सेंटर खुला, जो कांग्रेस की सरकार जाने के बाद भी संरक्षित व सुरक्षित है। ग्राम पंचायत इसका संचालन कर रही है। यहां ग्रामीणों व लोगों को 24 घंटे फ्री वाईफाई से निश्शुल्क इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध हो रही है। वहीं यहां संचालित गढ़कलेवा से ग्रामीण को रोजगार, हथकरघा व सिलाई-कढ़ाई से 25 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। जिले में कुल आठ रीपा सेंटर है, जो संचालित है।
धमतरी ब्लाक के ग्राम पंचायत अछोटा व भटगांव में रीपा सेंटर संचालित है, जहां रोजगार दिलाने के लिए कई गतिविधियां संचालित है। शहर से लगे प्रदेश का पहला फ्री वाईफाई रीपा सेंटर अछोटा में 16 मई को यहां संचालित सिलाई-कढ़ाई सेंटर में महिलाएं व युवतियां स्कूल यूनिफार्म की सिलाई कर रही थी।
रीपा सेंटर में महिलाओं को मिलता है काम
महिलाओं ने बताया कि उन्हें इस कार्य से उन्हें हर रोज 150 से 200 रुपये तक रोजी मिल जाता है। वहीं हथकरघा सेंटर में महिलाएं कपड़ा बुन रही थी। महिलाओं ने बताया कि उन्हें भी हर रोज 150 से 200 रुपये तक रोजी मिल जाता है। यहां हर रोज काम मिलता है।
अछोटा सरपंच अरूण कुमार देवांगन व यहां कार्यरत टेक्नीकल कर्मचारी गजेन्द्र देवांगन ने बताया कि ग्राम पंचायत इसका संचालन कर रही है। वहीं रीपा सेंटर में च्वाइस सेंटर संचालित है, जहां कम्प्यूटर से संबंधित कार्य होते हैं। यहां युवक को रोजगार मिल रहा है। वहीं यहां गढ़कलेवा संचालित है, जहां एक परिवार को रोजगार मिल रहा है। रीपा सेंटर को ग्राम पंचायत पहले की तरह बेहतर ढंग से संचालित कर रही है। यहां हर रोज 25 से 30 महिलाओं को रोजगार मिलता है।
जिले में आठ रीपा सेंटर संचालित
उल्लेखनीय है कि भटगांव रीपा सेंटर में भी समूह की महिलाओं द्वारा केंटिन संचालित है, जहां रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा यहां समूह की महिलाओं को रोजगार दिलाने के लिए कई अन्य गतिविधियां हो रही है। जिला पंचायत कार्यालय धमतरी से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आठ रीपा सेंटर संचालित है, जिसमें धमतरी ब्लाक में दो अछोटा व भटगांव है।
कुरूद में दो हंचलपुर व गातापार है। मगरलोड में भेंड्री व ग्राम पंचायत खिसोरा में संचालित है। इसी तरह नगरी के ग्राम पंचायत सांकरा व गट्टासिल्ली में रीपा सेंटर है। इन सेंटरों में रोजगारमूलक कार्य चल रहा है। ग्राम पंचायतों के माध्यम से इसका संचालन किया जा रहा है।