इजरायली बंधकों को हमास ने रिहाई पर दिए ‘गिफ्ट बैग’, 15 महीने बाद घर लौटीं महिलाओं को क्या खास चीज देकर भेजा, जानें
तेल अवीव
गाजा में युद्धविराम होने के बाद रविवार को सबसे पहले हमास ने तीन इजरायली महिला बंधकों को रिहा किया। इस दौरान जिस एक खास बात ने सभी का ध्यान खींचा, वो ये थी कि गाजा पट्टी से रिहा की गई तीनों बंधकों को हमास ने रेड क्रॉस को सौंपे जाने से पहले 'गिफ्ट बैग' भी दिए। आईडीएफ की ओर जारी किए गए वीडियो और तस्वीरों में गाजा की कैद से छूटी बंधकों रोमी गोनेन, एमिली डमारी और डोरोन स्टीनब्रेचर को इन 'गिफ्ट बैग' को पकड़े हुए और इनको खोलकर दिखाते भी देखा जा सकता है।
हिब्रू भाषा की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हमास की ओर से दिए गए इन बैग में हमास की कैद के दौरान की उनकी कुछ तस्वीरें और एक मोमेंटो शामिल है। हमास ने कथित तौर पर तीनों महिलाओं को गाजा में बिताए उनके वक्त की यादगार के तौर पर ये गिफ्ट दिया है। रविवार को गाजा से इजरायल आने वाल तीन महिलाएं- 24 साल की रोमी गोनेन, 28 साल की एमिली डमारी और 31 साल की डोरोन स्टीनब्रेचर हैं। हमास लड़ाकों ने तीनों को पश्चिमी गाजा शहर के अल-रिमल पड़ोस में अल-सरया स्क्वायर में रेड क्रॉस को सौंपा।
घर लौटने पर ली राहत की सांस
इजरायल लौटने के बाद तीनों महिलाओं ने अपने परिवार के सदस्यों को गले लगाया। हमास की कैद से इजरायल लौटी तीनों महिलाओं ने राहत की सांस ली है। एमिली की मां ने अपने बयान में कहा कि 471 दिनों बाद बेटी के घर आने से वह खुश हैं। डोरोन और रोमी के परिवार ने भी युद्ध विराम समझौते में शामिल सभी पक्षों को धन्यवाद दिया है।
गाजा में इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते की शर्तो के हिसाब से चरण में हमास अगले छह सप्ताह में 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। इसके बदले में इजरायल की ओर से फिलिस्तीन के 2,000 कैदियों और बंदियों को अपनी जेलों से रिहा करेगा। समझौते के तहत एक इजरायल बंधक के बदले में इजरायली सरकार और सेना 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा। रविवार को इजरायल ने 90 फिलिस्तीनियों को रिहा किया है।