जो बाइडन की फिर फिसली जुबान, अब किम जोंग उन को बताया दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति
वॉशिंगटन.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी एक गलती के कारण फिर से चर्चा में आ गए हैं। विश्व स्तरीय नेताओं के नाम को लेकर एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति की जुबान फिसल गई। दरअसल, उन्होंने उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन को दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति कह दिया। उन्होंने यह गलती अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने, और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ ट्रंप के संबंधों को लेकर बात करने के दौरान की।
बाइडन ने कहा, "हम दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन के लिए उनके प्रेम पत्र और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए उनकी प्रशंसा को कभी नहीं भूलेंगे।" बाइडन ने यह गलती व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल की मेजबानी करने के ठीक एक साल बाद की है। पिछले साल अगस्त में दोनों नेताओं ने कैंप डेविड में बातचीत भी की थी।
इससे पहले भी गलती कर चुके हैं जो बाइडन
राष्ट्रपति बाइडन ने यह पहली बार विश्व स्तरीय नेताओं के नाम को लेकर गलती नहीं की है। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के नाम को लेकर बाइडन इससे पहले भी गलती कर चुके हैं। 2022 में दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान भी बाइडन ने राष्ट्रपति यून को मून कहकर संबोधित किया था। केवल दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ही नहीं, बल्कि अन्य नेतओं के नाम को लेकर भी बाइडन गलती कर चुके हैं। पिछले साल जुलाई में लिथुआनिया में नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को व्लादिमीर कह दिया था।
फांस के राष्ट्रपति को भी कर चुके हैं गलत नाम से संबोधित
फरवरी में बाइडन ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल सिसि को मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के साथ मिला दिया था। हाल ही में बाइडन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रेंकोइस मिटर्रैंड कहकर संबोधित किया। बता दें कि 1996 में मिटर्रैंड का निधन हो गया था। राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद जो बाइडन ने कई ऐसी गलतियां की है, जिससे उनकी मानसिक स्थिति को लेकर चिंता पैदा कर दी है। बता दें कि बाइडन व्हाइट हाउस में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव जीतते हैं तो वह अमेरिका के इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे।