मध्यप्रदेशराजनीति

मजदूरी कर बेटे को बनाया CM, पूनम चंद यादव की कहानी जिन्होंने मोहन को CM मोहन बनाया

भूपेंद्र तिवारी. मां बाप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा-दीक्षा व्यवहार कुशल और संस्कारवान बनाने के लिए खून पसीना एक कर दिया करते हैं, ऐसे ही कहानी मध्य प्रदेश के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव के पिता जिनकी बीते दिन मृत्यु हो गई पूनम चंद यादव की भी है। बीते 10 दिनों से मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था और आखिरकार 100 वर्ष की उम्र में उन्होंने बीते मंगलवार को अंतिम सांस ली।

जहां एक तरफ CM मोहन यादव के परिवार में शोक का माहौल है ,तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश सहित देश भर में हर कोई उनके पिता को श्रद्धांजलि दे रहा है इन सबके साथ एक बहुत खास बात ये कि जिन स्वर्गीय पूनम चंद यादव की मृत्यु हो गई है उन्होंने मेहनत मजदूरी और लगातार अथक प्रयासों के बलबूते मध्य प्रदेश के सीएम को पढ़ाया लिखाया और आखिरकार सीएम बनाया।

मजदूर पिता ने कभी नहीं की कोई कमी

मध्य प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव चांदी की चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए थे, बल्कि उनकी सफलता के पीछे उनके पिता के संघर्षों की एक बहुत लंबी दास्तां है। रिपोर्ट्स ये बताती है कि मध्य प्रदेश के रतलाम से स्वर्गीय पूनम चंद यादव उज्जैन में आकर बस गए, वहां उन्होंने एक हीरा मिल में नौकरी की। उसी दौरान उन्होंने जैसे तैसे अपना खुद का कुछ काम धंधा भी शुरू किया और उज्जैन में ही एक चाय भजिए की दुकान डाल दी। उस दुकान में CM मोहन यादव भी बैठा करते थे और अपने पिता और चाचा का हाथ बटाया करते थे।

100 की उम्र में भी मंडी खुद जाते थे यादव

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनम चंद यादव काफी बुजुर्ग होने के बाद भी उपज बेचने के लिए खुद अपने अंतिम दिनों तक उपज मंडी चले जाया करते थे, बीते दिनों पहले ही पिता पुत्र के बातचीत की एक वीडियो आई जो जमकर वायरल हुई।

उसमें जहां एक तरफ पिता पूनम चंद यादव ने प्रदेश के मुखिया को नोटों की गड्डी थमाई थी तो वहीं दूसरी तरफ ट्रैक्टर की रिपेयरिंग का खर्च भी मांग लिया था, अब उनके स्वर्गवास के बाद सबसे ज्यादा मुखिया यादव और पिता के उस वायरल अंतिम बातचीत की कई अलग-अलग तस्वीर जमकर वायरल हो रही है।

पंचतत्व में विलीन हुए सीएम यादव के पिता

मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव के पिता स्व पूनमचंद यादव का आज क्षिप्रा घाट पर पूरे विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। पूनमचंद यादव के अंतिम यात्रा में कई दिग्गज नेता शामिल हुए। बता दे की राज्यपाल मंगू भाई पटेल, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टटवाल, एमपी के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने अंतिम दर्शन किए।

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