रायपुर : रायपुर का व्यापारी हुआ गिरफ्तार, नक्सलियों को वॉकी टॉकी और कंप्यूटर करता था सप्लाई
छत्तीसगढ़ में माओवादियों के शहरी नेटवर्क के मामले में कांकेर पुलिस ने राजधानी से एक व्यापारी को हिरासत में लिया गया है। रायपुर के वीआईटी कंप्यूटर में छापेमार कार्रवाई कर संचालक हितेश अग्रवाल को पकड़ा गया है।
हितेश के तार बीते दिनों गिरफ्तार हुए ठेकेदार से जुड़ रहे हैं। कांकेर एसपी ने हितेश अग्रवाल को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है। पिछले दिनों नक्सलियों के शहरी नेटवर्क मामले में गिरफ्तार किए गए एक ठेकेदार से मिले इनपुट के आधार पर हितेश अग्रवाल के वीआईपी कंप्यूटर में छापा मारा गया। जहां से नक्सलियों के लिए कुछ वॉकी टाकी खरीदी गई थी। नक्सलियों को वॉकी-टॉकी, कम्प्यूटर समेत कई इलेक्ट्रॉनिक सामान बिना बिल के देने का आरोप लगा है।
बता दें कि कांकेर में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क मामले में 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पहले भी इस प्रकरण में और अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस की एसआईटी टीम लगातार नक्सलियों से जुड़े हर उस तार को तोड़ने में लगी हुई है। हाल ही में दंतेवाड़ा में भी एक बीजेपी नेता को गिरफ्तार किया गया था।
सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ठेका लेने वाले लैंडमार्क इंजीनियर के मालिक निशांत जैन को गिरफ्तार किया था। निशांत जैन दिल्ली गुड़गांव से छत्तीसगढ़ आकर महज 18 साल में 600 करोड़ रुपए मालिक बन गया था।
जानकारी के मुताबिक, लैंडमार्क इंजीनियर के नक्सल प्रभावित इलाके में 25 ठेके चल रहे हैं। इसी की आड़ में आरोपी निशांत जैन अपने कर्मचारियों के माध्यम से नक्सलियों तक सामान पहुंचाया करता था। इसके एवज में उसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्य करने में कोई घटना और बाधा नहीं होती थी। नक्सली पूरी तरह से उसका सहयोग करते थे। इसी के कारण निशांत नक्सल इलाकों में ही ज्यादातर ठेके लेता था।