कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लगातार तीसरे दिन नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की. ईडी ने राहुल से बुधवार को 8 घंटे पूछताछ की. जांच एजेंसी ने इस दौरान राहुल गांधी से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और उसकी मालिकाना हक रखने वाली कंपनी यंग इंडियन से जुड़े फैसलों में उनकी भूमिका के बारे में पूछा.
राहुल गांधी से जब कंपनी के लेन-देन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मोतीलाल वोरा ये काम देखा करते थे. बता दें कि मोतीलाल वोरा पार्टी के कोषाध्यक्ष थे. मोतीलाल वोरा की मौत दिसंबर 2020 में हो गई थी. इस मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, ऑस्कर फ़र्नांडिस, मोतीलाल वोरा, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे आरोपी हैं.
हालांकि एजेंसी का कहना है कि मोतीलाल वोरा की मौत हो चुकी है और उनके बाद जो भी पार्टी में कोषाध्यक्ष के पद को संभालने का काम करता है उससे पूछताछ हो चुकी है. अप्रैल महीने में ही एजेंसी ने पार्टी कोषाध्यक्ष पवन बंसल और मलिक्कार्जुन खडगे से पूछताछ की थी.
बता दें कि राहुल गांधी से इस मामले में अब तक 3 दिन पूछताछ हो चुकी है. शुक्रवार को फिर उनसे पूछताछ होगी. राहुल गांधी से ईडी जानना चाहती है कि आखिर लेन-देन कहां हुआ. ये बड़ी बात होगी कि राहुल गांधी ईडी के इस सवाल का जवाब दे पाते हैं या नहीं. जिस तरह से राहुल से ईडी के सवालों का जवाब दे रहे हैं उससे जांच एजेंसी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हैं.
राहुल से पूछताछ का सिलसिला सोमवार को शुरू हुआ. करीब 11 बजे सवाल-जवाब का दौर शुरू हुआ, जो रात करीब नौ बजे खत्म हुआ. हालांकि, चूंकि वह कथित तौर पर अपने बयानों के कुछ हिस्सों को सही करना चाहते थे, इसलिए उन्हें ईडी मुख्यालय में कुछ और घंटों तक इंतजार करना पड़ा था. मंगलवार को उनके बयान दर्ज करने वाली तीन सदस्यीय टीम ने रात 10 बजे तक राहुल गांधी से पूछताछ की थी. इसके बाद कांग्रेस नेता रात करीब 11.45 बजे ईडी मुख्यालय से निकले थे.