कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जांजगीर में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय परिसर में गंदगी और शौचालयों से आ रही बदबू पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय शिक्षा का वह मंदिर है, जहां ज्ञान प्राप्त होता है। विद्यालय चाहे कोई भी हो, हमेशा स्वच्छ और साफ-सुथरा होना चाहिए। इससे अध्ययन और अध्यापन का बेहतर माहौल बनता है। उन्होंने विद्यालय को और बेहतर बनाने तथा अध्यापन में किसी तरह की लापरवाही नहीं करने तथा यहां व्याप्त समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने विद्यालय परिसर पर बारिश का पानी जाम रहने से हो रही गंदगी को दूर करने के निर्देश नगर पालिका सीएमओ का दिए। यहां कम्प्यूटर कक्ष में विद्युतीकरण नहीं होने से विद्यार्थियों की कक्षा नहीं लगने पर उन्होंने सीएमओ को विद्युतीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने लाइब्रेरी में सीपेज की समस्या को दूर करने वाटरपु्रफ पेंट करने तथा शौचालय की नियमित सफाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विद्यालय के प्राचार्यों को निर्देशित किया कि वे यहां होने वाले सभी कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करें और संबंधित ठेकेदारों को भी निर्देशित करे कि स्कूल में गुणवत्तामूलक कार्य किया जाए। उन्होंने लैब, लाइब्रेरी तथा क्लास रूम का अवलोकन किया और संबंधित शिक्षकों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आप स्कूल के प्राचार्य और शिक्षक है। समय पर आने के साथ अच्छे से अध्यापन कराए और यहां चल रहे कार्यों में किसी तरह की लापरवाही नहीं होने दें। कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि यह विद्यालय राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। यह आने वाले कल का ऐसा भविष्य भी है, जो आसपास के गरीब और जरूरतमंद बच्चों को एक नई दिशा देते हुए उनके कैरियर को संवारने के साथ राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनायेगा, इसलिए विद्यालय में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल, प्राचार्य डॉ सुहासिनी शर्मा और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व पार्षद भी उपस्थित थे।