गुजरात की चुनावी लड़ाई सेमीफाइनल में पहुंच गई है. तमाम राजनीतिक पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है. घर-घर जाकर उम्मीदवार मतदाताओं से अपने लिए वोट मांग रहे हैं. हर पार्टी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आम आदमी पार्टी पर तंज कसा है. अमित शाह ने गुजरात विधानसभा चुनावों में चुनौती को तवज्जो न देते हुए दावा किया कि शायद आम आदमी पार्टी (AAP) अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राज्य इकाई की ओर से कट्टरपंथ विरोधी प्रकोष्ठ बनाने की घोषणा एक अच्छी पहल है, जिस पर केंद्र और अन्य राज्य विचार कर सकते हैं. गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे. नतीजों का ऐलान 8 दिसंबर को किया जाएगा।
बीजेपी के जीतने की बताई ये वजह
एक इंटरव्यू में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल में गुजरात का विकास और शून्य तुष्टिकरण नीति की वजह से बीजेपी को पिछले 27 वर्षों में लोगों ने बार-बार जिताया है. उन्होंने कहा, ‘गुजरात में BJP अभूतपूर्व जीत दर्ज करेगी. लोगों को हमारी पार्टी और हमारे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है.’ गुजरात विधानसभा चुनाव में आप की दस्तक के सवाल पर शाह ने कहा, ‘हर पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे पार्टी को स्वीकार करते हैं या नहीं.’ उन्होंने कहा, ‘गुजरात के लोगों के दिमाग में आप कहीं नहीं ठहरती है. चुनाव नतीजों का इंतजार कीजिए, शायद ‘आप’ उम्मीदवारों का नाम सफल उम्मीदवारों की सूची में आए ही नहीं.’
शाह बोले- कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी
बता दें कि कांग्रेस गुजरात में बीजेपी की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पार्टी रही है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अगुआई वाली आप ने मोदी के गृह राज्य में एक आक्रामक प्रचार अभियान चलाया है. कांग्रेस से मिल रही चुनौती पर शाह ने कहा, ‘कांग्रेस अब भी मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन वह राष्ट्रीय स्तर पर संकट के दौर से गुजर रही है और इसका असर गुजरात में भी दिख रहा है.’