पाकिस्तान की एयर होस्टेस तस्करी में पकड़ी गई, मोजे में 40 लाख रुपए मिले
इस्लामाबाद
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की एयरहोस्टेस अपने कारनामों के कारण चर्चा में रहती हैं। अभी तक वह विदेश में जाने के बाद गायब होने को लेकर चर्चा में रही हैं। अब PIA की एक एयर होस्टेस शनिवार को अल्लामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विदेशी मुद्रा की तस्करी करते हुए रंगे हाथ पकड़ी गईं। सीमा शुल्क अधिकारियों ने संघीय जांच एजेंसी (FIA), इमीग्रेशन के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के बाद अधिकारियों को एयर होस्टेस के मोजे में छिपे अमेरिकी डॉलर और सऊदी रियाल मिले हैं। पाकिस्तानी मुद्रा में इनकी कीमत लाखों में है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक डिप्टी कलेक्टर सीमा शुल्क राजा बिलाल ने कहा कि एयर होस्टेस से 37318 डॉलर (3124356 भारतीय रुपए) और 40000 सऊदी रियाल (892653 भारतीय रुपए) बरामद किया गया, जो लाहौर से जेद्दा तक पीआईए की उड़ान भरने वाली थी। संदेह होने पर उसे उतार दिया गया और तलाशी ली गई, जिससे छिपी हुई मुद्रा का पता चला। एयर होस्टेस के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे जांच टीम के हवाले कर दिया गया। बिलाल ने जोर देकर कहा सरकार मुद्रा तस्करी रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
कनाडा में गिरफ्तार हुई थी एयरहोस्टेस
इस साल की शुरुआत में मार्च में एक पीएआईए एयर होस्टेस को कनाडा के टोरंटो हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था, क्योंकि उसके पास कई पासपोर्ट मिले थे। हिना सानी नाम की एयर होस्टेस पीआईए की उड़ान पीके-789 से टोरंटों में उतरी। कई लोगों के पासपोर्ट होने के कारण उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। अपने पासपोर्ट के अलावा किसी अन्य पासपोर्ट के साथ यात्रा करना एक अंतरराष्ट्रीय अपराध है। पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस पीआईए कर्मचारियों के गायब होने की समस्या से जूझ रही है।
गायब हो रहे क्रू मेंबर
ताजा मामला 16 क्रू मेंबर वाली फ्लाइट का था, जिसकी सदस्य नूर शेर पाकिस्तान से कनाडा के लिए फ्लाइट पीके 781 से गई थीं। जब वापसी की एक उड़ान में वह नहीं आईं तब उनके गायब होने का पता चला। बार-बार एयरहोस्टेस के गायब होने से जुड़ी घटनाएं पीआईए की क्षमता पर सवाल उठाता है। जनवरी 2023 से लगभग 14 चालक दल गायब हो चुके हैं, जिसमें पुरुष और महिला दोनों हैं। इससे पहले 2022 में चालक दल के पांच सदस्य बिना किसी सुराग के गायब हो गए थे। माना जाता है कि ये सभी लोग कनाडा में शरण लेते हैं।