सागर में आई बाढ़, निचली बस्तियों में 4 फीट पानी भरा, जिला अस्पताल भी जलमग्न
सागर /टीकमगढ़
मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बुधवार को भी एक्टिव है। टीकमगढ़ में सुबह 4 घंटे में 6 इंच पानी गिर गया। सागर के बीना में रात से लगातार बारिश से घरों में पानी घुस गया। 50 से ज्यादा मवेशी बह गए।भोपाल में सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है।
छतरपुर के बमनोरा में मंगलवार शाम अचानक धसान नदी का जलस्तर बढ़ जाने से टापू पर 59 लोग फंस गए। पुलिस और एसडीईआरएफ ने सभी को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला। आज इंदौर, ग्वालियर, चंबल संभाग समेत प्रदेश के 20 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट है।
इससे कई जिलों में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है और गलियां नदी-नालों में तब्दील हो गई हैं। एसडीईआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें नाव और अन्य तरह से बचाव कार्य कर पानी में फंसे लोगों को लगातार बाहर निकाल रही हैं।
सागर जिले के बीना में लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया। बताया जा रहा है कि यहां 50 से ज्यादा मवेशी बह गए। टीकमगढ़ में सुबह 4 घंटे में 6 इंच पानी गिर गया। इससे शहर की कई कॉलोनियां पानी-पानी हो गई हैं। वहीं, छतरपुर के बमनोरा में धसान नदी का जलस्तर बढ़ जाने से टापू पर 59 लोग फंस गए। एसडीईआरएफ और पुलिस ने सभी को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
आज इन जिलों में तेज बारिश का अलर्ट
आज मंगलवार को प्रदेश के भोपाल, मंदसौर, शिवपुरी, नीमच, गुना, श्योपुर, छतरपुर, शाजापुर, मंडला, सिंगरौली, टीकमगढ़, सीधी, रीवा, मुरैना, मऊंगज, अशोकनगर, बालाघाट, राजगढ़, सिवनी, पांढुर्णा, विदिशा, छिंदवाड़ा और सीहोर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
अब जानिए कहां कैसे हैं हालात?
सागर और बीना में घरों में भरा पानी
सागर जिले में बीती रात से तेज बारिश का दौर जारी है। नरयावली विधानसभा के जेरई गांव में तालाब का पानी निचली बस्तियों में भर गया, जिससे करीब एक दर्जन घर आधे-आधे पानी में डूब गए। सूचना पर सागर से एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और वोट के जरिए लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इसके साथ ही दो मवेशियों का भी रेस्क्यू किया गया है। इसी तरह बीना में भी हालात खराब हैं। सागर जिले के बीना में बाढ़ आ गई। यहां लोगों के घरों में 4 फीट तक पानी भर गया। बताया जा रहा है कि बारिश के कारण करीब 10 मकान ढह गए और 50 से ज्यादा मवेशी भी पानी में बह गए हैं।
पानी में डूबे घर-गाड़ियां, सड़क मार्ग का संपर्क टूटा
टीकमगढ़ में सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है। सुबह चार घंटे में ही छह इंच से ज्यादा बारिश हुई। इससे शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। लोगों के घरों में पानी भर गया है और गाड़ियां पानी में डूब गई हैं। शहर की कौशलपुरी कॉलोनी, गणेशपुरम कॉलोनी और मंडी रोड में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं।
मूसलाधार बारिश के कारण टीकमगढ़ जिला मुख्यालय का उत्तर प्रदेश के झांसी और ललितपुर से संपर्क टूट गया है। टीकमगढ़ से झांसी जाने वाले मार्ग पर पुनोल नाला पिछली 6 घंटे से उफान पर है, जिस कारण से दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी हुई हैं।
टीकमगढ़ से मऊरानीपुर मार्ग पर लार गांव के पास नदी उफान पर है। पुल के करीब 4 फीट ऊपर पानी बह रहा है। लार गांव के रहने वाले नरेंद्र सिंह प्रमाण ने बताया कि 30 साल बाद ऐसा हुआ है कि जब पुल के ऊपर पानी बह रहा है।
टीकमगढ़ से ललितपुर को जोड़ने वाले मार्ग पर भी नदी नाले उफान पर हैं, पिछले 6 घंटे से यहां आवागमन बंद है। पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यपालन यंत्री इंद्र शुक्ला ने बताया कि ललितपुर, झांसी और मऊरानीपुर मार्ग बंद हैं। हालांकि, अभी छतरपुर मार्ग खुला हुआ है। अगर, शाम 5 बजे तक इसी तरह बारिश होती रही तो छतरपुर मार्ग भी बंद हो जाएगा। अगर, पुल पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है तो लोग उन्हें पार करने की कोशिश न करें।
जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चों ने पर की नदी
प्रदेश के डिंडौरी जिले में भी बारिश के कारण हालात खराब हैं। यहां देर रात से हो रही बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। शहपुरा के मानिकपुर गांव में साकल नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। स्कूल जाने के लिए बच्चों ने जान जोखिम में डालकर नदी पार की। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बेलगांव में पुल के ऊपर से बहा पानी, केबिन दफाई में बस्ती जलमग्न
अनूपपुर जिले में मंगलवार की सुबह से देर रात तक झमाझम बारिश होती रही। इससे कोतमा विकासखंड की ग्राम पंचायत बेलगांव में बुधवार सुबह पुल जलमग्न हो गया। इसके लोगों का आवागमन दोपहर तक प्रभावित रहा। सुबह बच्चे स्कूल नहीं जा पाए और नौकरी-पेशा लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ी। बिजुरी नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 में रेलवे लाइन के नजदीक स्थित केबिन दफाई में भारी बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया। इससे लोगों का जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया है।
नदी की बाढ़ में फंसे 59 लोगों को किया रेस्क्यू
छतरपुर जिले घुवारा क्षेत्र के ग्राम कुटोरा के पास धसान नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से नदी के उस पार गए 59 लोग फंस गए। बताया जा रहा है की नदी के उस पार टापू नुमा स्थान पर मंदिर भी है जहां निर्माण कार्य चल रहा था। वहीं, कई मजदूर मवेशी चराने के लिए नदी के पार गए थे। अचानक नदी उफान पर आ गई और करीब 59 लोग उस पार टापू पर फंस गए। सूचना पर प्रशासन और एसडीआरएफ होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार 25 जुलाई से प्रदेश में बारिश का सिस्टम कमजोर हो जाएगा। हालांकि, कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होती रहेगी। तीन दिन बाद 28 जुलाई से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू होगा। 29 और 30 जुलाई को प्रदेश के उत्तरी हिस्से में तेज बारिश की आशंका जताई गई है।