मध्यप्रदेश

भोपाल मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट 2027 में कम्पलीट होगा, सुभाष नगर से करोंद रूट का काम होगा शुरू

भोपाल

भोपाल मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत सुभाष नगर से करोंद रूट का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। मेट्रो प्रोजेक्ट 2027 तक पूरा होगा। यह फैसला शनिवार को भोपाल और इंदौर मेट्रो ट्रेन के प्रोजेक्ट की रिव्यू मीटिंग में लिया गया। मीटिंग मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में हुई। मीटिंग में नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्यमंत्री प्रतिभा बागरी, मेट्रो रेल प्रोजेक्ट भोपाल और इंदौर के अफसर शामिल हुए।

सुभाष नगर से करोंद का कार्य शुरू होगा

बैठक में बताया गया कि भोपाल मेट्रो परियोजना के सुभाष नगर से करोंद का कार्य शुरू होगा। संपूर्ण प्रोजेक्ट साल 2027 तक संपूर्ण परियोजना पूरी होगी। साल 2031 तक साढ़े चार लाख लोग रोजाना मेट्रो में सफर करेंगे।

बैठक में इंदौर मेट्रो पर भी चर्चा हुई। इसके तहत 17 किलोमीटर का कार्य हो रहा है। इंदौर मेट्रो का कार्य 40 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया है। भोपाल में 27 और इंदौर में 25 मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी। मेट्रो स्टेशन पर महिलाओं, दिव्यांगजनों का विशेष ध्यान रखते हुए यात्रियों को अनेक सुविधाएं मिलेंगी।

इंदौर मेट्रो पर भी हुई चर्चा

सीएम मोहन द्वारा की गई समीक्षा बैठक में इंदौर मेट्रो पर भी चर्चा हुई। इंदौर मेट्रो के तहत 17 किलोमीटर का कार्य हो रहा है, जिसका 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।

भोपाल में 27 और इंदौर में 25 मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके साथ ही मेट्रो स्टेशन पर महिलाओं और दिव्यांगजनों का विशेष ध्यान रखते हुए यात्रियों को कई सुविधाएं दी जाएंगी।

मेट्रो में हर रोज साढ़े 4 लाख लोग सफर करेंगे

मीटिंग में बताया गया कि सुभाष नगर से करोंद का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। संपूर्ण प्रोजेक्ट वर्ष 2027 तक पूर्ण होगा। वर्ष 2031 तक साढ़े चार लाख लोग प्रतिदिन मेट्रो में सफर करेंगे। इंदौर मेट्रो का कार्य 40 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया है। भोपाल में 27 और इंदौर में 25 मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी। मेट्रो स्टेशन पर महिलाओं, दिव्यांगजनों का विशेष ध्यान रखते हुए यात्रियों को अनेक सुविधाएं मिलेंगी।

नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कब चालू होगी मेट्रो

इधर, बैठक से पहले नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दोनों शहरों में मेट्रो ट्रेन शुरू होने की तारीख पूछी। बयान जारी कर कहा- मुख्यमंत्री ने कई बार मेट्रो की समीक्षा की होगी। इससे पहले शिवराज सिंह ने भी की थी। लेकिन, कब शुरुआत होगी।

कमलनाथ ने इसका शिलान्यास किया था। इतना समय बीतने के बाद भी इंदौर, भोपाल की जनता को मेट्रो की शुरुआत नहीं हुई। मैं मुख्यमंत्री मोहन यादव से कहना चाहता हूं कि आप बैठकें तो कर रहे हैं लेकिन, आप तारीख निश्चित करें कि ये कब चालू होगी। ऐसा ना हो कि आप शिवराज जैसी घोषणाएं करते रहें, और आप भी घोषणावीर हो जाएं।

जानिए, भोपाल मेट्रो के सुभाष नगर-करोंद रूट के बारे में…

8.77Km में से 3.39 Km लंबा रूट अंडरग्राउंड रहेगा

सुभाष नगर से करोंद के बीच 8.77Km लाइन बिछेगी। जिन जगहों पर पिलर खड़े होंगे, वहां मिट्‌टी की टेस्टिंग भी शुरू कर दी गई है। ICAR (भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान) के ठीक सामने मेट्रो का पहला पिलर बनेगा। सड़क के इस हिस्से को आसपास से कवर किया गया है। सुभाष नगर से करोंद के बीच 8.77Km में से 3.39 Km लंबा रूट अंडरग्राउंड रहेगा।

मेट्रो की ऑरेंज लाइन, CM कर चुके भूमिपूजन

भोपाल में मेट्रो की ऑरेंज लाइन यानी एम्स से करोंद तक का रूट कुल 14.99 Km लंबा है। इसमें सुभाष नगर से एम्स के बीच 6.22 Km का प्रायोरिटी कॉरिडोर है। 8 में से 5 स्टेशनों के बीच अक्टूबर 2023 में ट्रायल रन हुआ था। रानी कमलापति, सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी के सामने और एमपी नगर के स्टेशनों का काम 90% से ज्यादा पूरा हो चुका है।

एम्स, अलकापुरी और डीआरएम ऑफिस स्टेशनों का सिविल वर्क पूरा हो चुका है, जबकि फिनिशिंग से जुड़े काम निपटाए जा रहे हैं। वहीं, डीआरएम ऑफिस चौराहे पर स्टील ब्रिज का निर्माण हो रहा है। रेलवे ट्रैक के ऊपर से भी ब्रिज गुजरेगा। इसके लिए रेलवे से ब्लॉक मांगा गया है। दूसरी ओर, ट्रेन अपने अधिकतम स्पीड में भी दौड़ चुकी है।

अब समझिए, मेट्रो सेकेंड फेज के 2 प्रोजेक्ट

प्रोजेक्ट-1 : 650 करोड़ में 6 स्टेशन बनेंगे
सुभाष नगर डिपो से करोंद तक के रूट में कुल 2 फेज में काम होगा। कुल 8.77 Km में से 5.38 Km हिस्से में 6 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें 650 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यूआरसी कंस्ट्रक्शन यह काम करेगी। यही कंपनी सुभाष नगर, डीबी मॉल, एमपी नगर, केंद्रीय स्कूल, आरकेएमपी, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस और एम्स स्टेशनों का काम भी कर रही है। मिट्‌टी की टेस्टिंग भी शुरू हो गई है।

कब पूरा करना है: साढ़े 3 साल में काम पूरा करने का टारगेट रहेगा। इसी अवधि में स्टेशन और ट्रैक बिछाया जाएगा।

6 मेट्रो स्टेशन बनेंगे: पुल बोगदा, ऐशबाग, सिंधी कॉलोनी, डीआईजी बंगला, कृषि उपज मंडी, करोंद

प्रोजेक्ट-2: 890 करोड़ रुपए में अंडरग्राउंड रूट बनेगा
8.77 Km के रूट में 3.39 किलोमीटर रूट अंडरग्राउंड होगा। इसमें 2 मेट्रो स्टेशन भोपाल रेलवे स्टेशन व नादरा बस स्टैंड भी रहेंगे। यह काम अलग कंपनी करेगी। इसके लिए मेट्रो कॉर्पोरेशन के एमडी, कलेक्टर और निगम कमिश्नर समेत अफसरों के बीच मीटिंग हो चुकी है।

कब पूरा करना है: काम शुरू होने के बाद साढ़े 3 साल में पूरा करने का टारगेट रहेगा। मेट्रो की दोनों लाइन का यह अकेला अंडरग्राउंड हिस्सा रहेगा।

यहां से अंडरग्राउंड गुजरेगी मेट्रो: सुरंगें सिंधी कॉलोनी, ऐशबाग क्रॉसिंग से होती हुई भोपाल स्टेशन और नादरा बस स्टैंड को स्टेशनों के माध्यम से जोड़ेगी।

रेलवे ट्रैक और मेन रोड पर दो स्टील ब्रिज बन रहे

भोपाल में मेट्रो के लिए 103 मीटर लंबे दो स्टील ब्रिज बनाए जा रहे हैं। डीआरएम ऑफिस में पहले 48 मीटर लंबे ब्रिज का काम पिछले तीन महीने से चल रहा है। 65 मीटर लंबा दूसरा ब्रिज रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरेगा। इसके लिए रेलवे से अप्रूवल अभी नहीं मिली है। दूसरी ओर, सड़क के ऊपर जो ब्रिज बनना है, उसका स्ट्रक्चर पूरा हो गया है। ये ब्रिज राजस्थान के अलवर में बने हैं। ये दिल्ली मेट्रो जैसे ही डिजाइन किए गए हैं।

भोपाल में अब तक 5 मेट्रो आई

गुजरात के सांवली (बड़ोदरा) से भोपाल में कुल 5 मेट्रो आ चुकी है। इनका 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल भी हो चुका है। हर दिन मेट्रो को ट्रैक पर दौड़ाया जा रहा है।

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