बीजेपी के पूर्व नेता एकनाथ खडसे करेंगे घर वापसी, बहू रक्षा खडसे के साथ अमित शाह से की मुलाकात
मुंबई
2024 लोकसभा चुनावों में झटके बाद बीजेपी ने विधानसभा चुनावों लिए नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र बीजेपी के दिग्गज नेता रहे एकनाथ खडसे अगले कुछ दिनों में घर वापसी कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी मुलाकात काफी सकारात्मक रही है। पार्टी उन्हें घर वापसी के साथ बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। यह जिम्मेदारी सरकार और संगठन दोनों में कहीं भी हो सकती है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी ने एकनाथ खडसे और बीजेपी नेता और मंत्री गिरीश महाजन के बीच झगड़े को सुलझा लिया है। इसके बाद ही एकनाथ खडसे गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। लोकसभा चुनावों में खडसे ने शरद पवार की पार्टी में रहते हुए बीजेपी के लिए प्रचार किया था। लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी ने रावेर लोकसभा से जीत की हैट्रिक लगाने वाली उनकी बहू रक्षा खडसे को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया था। इसके बाद उनकी घर वापसी की अटकलों ने जाेर पकड़ लिया था।
अब सिर्फ तारीख तय होनी बाकी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद अब एकनाथ खडसे की बीजेपी में वापसी को महज औपचारिकता माना जा रहा है। खडसे ने देवेंद्र फडणवीस से मतभेद होने के बाद बीजेपी छोड़ दी थी, हालांकि उनकी बहू रक्षा खडसे बीजेपी में बनी रही थी। 23 साल की उम्र में सरंपच बनने वाली रक्षा खडसे अब केंद्र में राज्य मंत्री हैं। वे एकनाथ खडसे के बेटे निखिल की पत्नी हैं। निखिल ने 2013 में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। खडसे अभी शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में हैं। खडसे की बेटी रोहिनी खडसे एनसीपी शरद गुट की महिला विंग संभालती हैं। अगर खडसे बीजेपी में लौटते हैं तो न सिर्फ शरद पवार को झटका लगेगा बल्कि जलगांव और इसके आसपास की राजनीति पर बड़ा फर्क पड़ सकता है।
टाइगर अभी जिंदा है…
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद 6 जून को महाराष्ट्र के अखबारों में एकनाथ राव खडसे मिश्र परिवार की तरफ से एक विज्ञापन सामने आया था। इसमें लिखा था कि टाइगर अभी जिंदा है। खडसे महाराष्ट्र के उन नेताओं में शामिल हैं। जिन्हें बीजेपी को राज्य में मजबूत करने का श्रेय दिया जाता है। खडसे ने ग्राम पंचायत से राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने बीजेपी में कई दशक तक रहने के बाद अक्टूबर, 2020 में इस्तीफा देकर एनसीपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उन्होंने यह कदम तब उठाया था तब जब बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में कैंडिडेट की सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया था। तब उनके देवेंद्र फडणवीस और गिरीश महाजन से मतभेद होने की बातें सामने आई थीं। 71 साल के एकनाथ खडसे अगर बीजेपी में वापसी करते हैं तो राज्य में पार्टी को मजबूती मिली सकती है।