छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़-बीजापुर में आदिवासियों ने रैली निकाली, नौकरी सहित 14 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन

बीजापुर.

बीजापुर जिले में जनजातीय समुदाय के विभिन्न समस्याओं पर  ध्यनाकर्षण और निराकरण को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने जिला मुख्यालय में रैली निकाल कर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। रैली में जिले भर से करीब 15 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ थी जो करीब डेढ़ किमी लंबी रही। रैली में सभी शामिल लोगों की मांग थी कि उन्हें तेंदूपत्ता मजदूरी नगद भुगतान किया जाए।

सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी ने बताया कि अनुसूचित क्षेत्र के बीजापुर जिले में जनजातीय समुदाय को विभिन्न समस्याओं से ग्रसित हैं तथा इसके समाधान के लिए 14 बिंदुओं पर राज्यपाल के नाम एसडीएम जागेश्वर कौशल को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में जिले के सभी तेन्दूपत्ता संग्राहकों को मजदूरी और बोनस नगद राशि का भुगतान करने, जिले में आनलाईन पेमेंट के लिए कुटरू, गुदमा, गंगालूर, जांगला, बासागुडा, मद्देड, एरमनार, भैरमगढ जैसे अन्य क्षेत्र सहकारी बैंक शाखा की सुविधा मुहैया कराने,  पोर्टा केबीन आवासीय विद्यालय में आगजनी की घटना को ध्यान में रखते हुए जिले में संचालित आवासीय पोटा केबिन स्कूलों में अस्थाई बम्बू स्ट्रेक्चर के स्थान पर पक्के भवनों का निर्माण किए जाने एवं नियमित शिक्षकों का पद स्वीकृत करते हुए  शैक्षणिक सेटअप जारी करने की मांग की गई है। इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति सहित पिछड़े वर्ग के लिए कटअप डेट को दृष्टिगतगत रखते जारी जाति प्रमाण पत्रों के साथ जारी फर्जी जाति प्रमाण पत्र की जांच और कार्रवाई किए जाने, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर  स्थानीय आरक्षण के आधार पर नियमित भर्ती करने, खनिज न्यासनिधि से निर्मित शल्य चिकित्सा कक्ष के लिए चिकित्सकों और टेकनीशन की नियुक्ति  करने जिसमे सीएचसी भैरमगढ, सीएचसी नेलसनार, सीएचसी भोपालपटनम और सीएचसी  उसूर शामिल हैं।

बीजापुर जिला अन्तर्गत संचालित लेंप्स में 1001 धान बीज तत्काल उपलब्ध कराए जाने, खाद और धान बीज के कीमतें में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है उनके कीमत कम किए जाने, राज्य गठन के बाद से बैकलॉग पदों की भर्ती लंबित है उन पदों को शीघ्र भरे जाने,  वन अधिकार प्रपत्र गैर जनजातियो को गलत तरिके से वितरण किया गया जांच करते हुआ निरस्त किए जाने, तेंदुपता संग्रहक हितग्राहियो में पात्र और अपात्र कौन होगे इसे स्पष्ट किए जाने, जिला अस्पताल बीजापुर में गर्भवती महिलाओं के लिए  सोनोग्राफी व्यवस्था बहाल करने और बीते 8 माह से जिला अस्पताल से गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी नही होने के नाम पर निजी अस्पताल में रेफर किए जाने के मामलों की जांच कर दोषी अस्पताल अधीक्षक और स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में जिला अस्पताल में  एक्स- रे  और जीवन रक्षक दवाइयों सहित मलेरिया उमूलन की दवाओं को मरीजों को नही मिलने जैसी व्याप्त अव्यवस्था के लिए दोषी अधिकारियों और कर्मियों पर कार्रवाई करने और बीजापुर जिले में अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय खोले जाने की मांग की है।

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