वेस्टइंडीज ने टी20 विश्व कप के एक मुकाबले में न्यूजीलैंड को हरा दिया
त्रिनिदाद
टी20 विश्व कप 2024 में एक और रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। न्यूजीलैंड को सह-मेजबान वेस्टइंडीज ने 13 रनों से हराते हुए न केवल सुपर-8 में एंट्री मार ली, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर दिया कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन न्यूजीलैंड लगभग सुपर-8 की दौड़ से बाहर हो जाए। वेस्टइंडीज ने पहले बैटिंग करते हुए खराब शुरुआत की, लेकिन वह शेरफेन रदरफोर्ड थे, जिनकी विध्वंसक 39 गेंदों में 2 चौके और 6 छक्के के दम पर खेली गई नाबाद 68 रनों की पारी के दम पर टीम 9 विकेट पर 149 रनों तक पहुंची। जवाब में न्यूजीलैंड टीम बड़ी मुश्किल से 136 रनों तक पहुंच सकी। इस तरह उसे 13 रनों से हार मिली।
इसलिए भारत का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है न्यूजीलैंड
टी20 विश्व कप इतिहास में पाकिस्तान को भारतीय टीम का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है, लेकिन असल में ऐसा है नहीं। न्यूजीलैंड ने जितना दर्द दिया है उसके आगे पाकिस्तान कुछ भी नहीं। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का 100% हार का रिकॉर्ड है। माना जा रहा था कि इस टूर्नामेंट में आगे चलकर न्यूजीलैंड से उसकी भिड़ंत हो सकती है। क्रिकेट फैंस इस बात को लेकर चिंता में थे, लेकिन अब वे राहत महसूस कर रहे होंगे। न्यूजीलैंड को पहले मुकाबले में अफगानिस्तान से हार मिली थी, जबकि अब उसे विंडीज ने हरा दिया है।
गिर चुके थे 9 विकेट, रदरफोर्ड ने फिर आखिरी 2 ओवरों में ठोके 37 रन
वेस्टइंडीज की टीम को शुरुआती झटके लगे। ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, लॉकी फर्ग्यूसन और जिमी नीशम बेहद हमलावर थे। विंडीज का स्कोर देखते ही देखते 30 रन पर 5 विकेट, जबकि 112 रन पर 9 विकेट हो गया। लेकिन एक छोर पर खड़े शेरफेन रदरफोर्ड ने 19वें ओवर में डेरिल मिचेल को 3 छक्के उड़ाए और 19 रन कूट डाले। इसके बाद आखिरी ओवर करने आए मिचेल सेंटनर को दो चौके और एक छक्का लगाते हुए 18 रन ठोके। इस तरह से आखिरी दो ओवरों में उनके बल्ले से 37 रन निकले और टीम पहुंच गई 149 रन पर।
न्यूजीलैंड की टीम ताश के पत्ते की तरह ढह गईलक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम वेस्टइंडीज के आगे ताश के पत्तों की तरह ढह गई। उसे पहला झटका अकील हुसैन ने डेवॉन कोन्वे को 5 रन पर आउट करते हुए दिया। इसके बाद तो विकेटों की झड़ी लग गई। बाद में हालांकि, ग्लेन फिलिप्स ने जरूर कुछ अच्छे शॉट खेले और 33 गेंदों में सबसे अधिक 3 चौके और 2 छक्के लगाते हुए 40 रन बनाए, लेकिन यह टीम के लिए काफी नहीं था। उसके आखिरी 3 विकेट 10 रन के अंदर गिर गए। अल्जारी जोसेफ ने 4 और मोती ने 3 विकेट अपने नाम किए।