राजनीति

नीतीश ने गठबंधन सरकार से पहले ही चलाया तीर, अग्निवीर स्कीम बदल दी जाए

नईदिल्ली

एनडीए की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर हमारा रुख आज भी जस का तस है. जेडीयू महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि हमने तब भी कहा था कि इस मामले पर सभी स्टेक होल्डर को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है.

केसी त्यागी ने कहा,  'हमने तब भी कहा था कि इस मामले पर सभी स्टेट होल्डर को साथ लेकर उनके विचारों को समझने की जरूरत है. UCC पर नीतीश कुमार ने विधि आयोग के अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन इसमें व्यापक विचार विमर्श की आवश्यकता है.'

अग्निवीर योजना पर फिर से विचार करने की जरूरत

अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए केसी त्यागी ने कहा, 'अग्निवीर योजना को लेकर के बहुत विरोध हुआ था और चुनाव में भी उसका असर देखने को मिला है. इस पर दोबारा से विचार करने की जरूरत है. अग्निवीर योजना को नए तरीके से सोचने की आवश्यकता है. जो सुरक्षाकर्मी थे सेना में तैनात थे और जब भी अग्निवीर योजना आई तो बड़े तबके में असंतोष थ. मेरा ऐसा मानना है कि उनके परिवार जनों ने भी चुनाव में विरोध जारी किया इसलिए आज इसमें नए तरीके से विचार विमर्श की जरूरत है.'

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए

वहीं वन नेशन, वन इलेक्शन का समर्थन करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि जहां तक एक देश एक चुनाव की बात है हम उसके समर्थन में हैं.  केसी त्यागी ने कहा,  'हम एनडीए के मजबूत हिस्सेदार के रूप में सामने आए हैं. हम अटबिहारी की एनडीए सरकार में कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. हम लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि अगर बिहार से पलायन रोकना है तो उसे विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए. वो प्रधानमंत्री का प्रोवोगेटिव है कि वो किस को कौन सा मंत्रालय देंगे. हमारी ऐसी कोई मांग नहीं है.'

केसी त्यागी ने बातचीत में कहा कि यह स्कीम जब आई थी, तब लोगों ने काफी विरोध किया था। सेना में तैनात लोगों के परिवार के लोग भी इससे नाराज थे। इसलिए इसमें बदलाव हो जाना चाहिए। वहीं समान नागरिक संहिता के मसले पर पूछा गया तो नीतीश कुमार की पार्टी ने कहा कि हम इसके समर्थन में हैं। लेकिन इसे लेकर हमारी मांग है कि सभी संबंधित पक्षों की इसमें राय ली जाए। इसके बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए। केसी त्यागी ने कहा कि यही स्टैंड हमारा पहले भी था और आज भी हम इस बात पर कायम हैं।

वहीं एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर समर्थन की बात भी कही। जेडीयू ने कहा कि हम इस मसले पर पहले भी साथ थे। गौरतलब है कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 सीटें मिली हैं, जबकि जेडीयू को 12 पर विजय हासिल हुई है। आंध्र प्रदेश की टीडीपी को 16 सीटें हासिल हुई हैं। इन दोनों दलों के सहारे ही अब भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में है। खबर है कि नरेंद्र मोदी 8 या फिर 9 जून को पीएम पद की शपथ ले सकते हैं। सरकार गठन को लेकर दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं की मीटिंग भी चल रही है।

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