चुनावों के दौरान हिंसा का दौर रुक नहीं रहा, पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या
कोलकाता
बंगाल में आखिरी चरण का मतदान समाप्त हुआ। लेकिन चुनावों के दौरान हिंसा का दौर रुक नहीं रहा है। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता हफीजुल शेख की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
35 वर्षीय हफीजुल शेख, हाल ही में सीपीआई (एम) से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुआ था। हफीजुल शेख अपने दोस्तों के साथ चाय की दुकान पर पड़ोसियों के साथ कैरम खेल रहा था। तभी कुछ अज्ञात लोग पुलिस की वर्दी में वहां आए और हफीजुल पर फायरिंग शुरू कर दी। हत्यारों ने उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए गोली मारने के बाद भी उसे पीटा।
पुलिस के उचित कार्रवाई नहीं करने पर हफीजुल के परिवार वालों और रिश्तेदारों ने रात भर शव के साथ प्रदर्शन किया। पुलिस ने इन आरोपों को झूठा बताया और कहा कि परिवार वालों ने देर रात तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की थी।
हफीजुल शेख की पत्नी सखी बीबी ने कहा कि’ उन्होंने मेरे पति को मार डाला। अब मेरे बच्चों का क्या होगा? उनका ख्याल कौन रखेगा?’ नादिया इलाका कृष्णानगर लोकसभा सीट में आता है, यहां 13 मई को मतदान हुआ था। यह एक मुस्लिम आबादी वाला क्षेत्र है, यहां पिछले पंचायत चुनाव से सीपीआई (एम) का वर्चस्व बढ़ा है और टीएमसी की पकड़ कमजोर हुई है।
नादिया उत्तर के भाजपा अध्यक्ष अरुण बिस्वास रात को हफीजुल के परिवार से मिले और पुलिस से बातचीत की। उन्होंने कहा कि ‘जैन्नुद्दीन मोल्ला की अगुवाई में गांव के बहुत सारे लोगों ने भाजपा में शामिल हुए हैं, इसलिए हफीजुल को मार दिया गया।‘ जैन्नुद्दीन मोल्ला हफीजुल के भाई हैं।
भाजपा की आईटी शैल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि ‘भाजपा ने लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है, इसलिए हफीजुल शेख की हत्या की गई।’ पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान हत्याओं का खेल नहीं रुक रहा है। पिछले कुछ वर्षों में अनेक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है।