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घर पर लिपस्टिक प्लांट कैसे उगाएं: आसान और प्रभावी तरीके

लिपस्टिक का पौधा जिसे एशिनैन्थस रेडिकन्स कहा जाता है। यह काफी पसंदीदा, एक सक्रिय और सदाबहार संयंत्र है। अक्सर हाउसप्लांट के तौर पर इस पौधे को लगाया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसे टीबी नाम ही क्यों दिया गया। तो आपको बता दें इसका नाम सुर्ख लाल ट्यूबलर फूलों से मिला है जो लिपस्टिक की ट्यूब की तरह दिखते हैं। अच्छी देखभाल करने से लिपस्टिक का पौधा दस साल या उससे ज्यादा समय तक जीवित रह सकता है। इसके लिए आपको कुछ आसान टिप्स होंगे। धूप से लेकर पानी तक का ख्याल रखना होगा। तो चलिए आपको इस पौधे को रखने से लेकर उसकी देखभाल करने का तरीका बताते हैं। बीज की मदद से लगाए गए पौधे

लिपस्टिक का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले नर्सरी या ऑनलाइन ऑर्डर करके बीज खरीदें। इनडोर हाउसप्लांट के लिए पॉटिंग मिट्टी का उपयोग करना सबसे अच्छा है। लेकिन ये थोड़ी भारी मिट्टी होती है इसलिए इसमें खाद मिलाना बिल्कुल भी बुरा नहीं है। क्योंकि पौधों को उचित जल निकासी वाली मात्रा, अच्छी पुरानी मिट्टी की जरूरत होती है। अब पॉटिंग मिश्रण तैयार करने के बाद, लिपस्टिक के पौधे के बीज बोएं। जरूरत के मुताबिक पानी दें

लिपस्टिक का पौधा लगातार नमीयुक्त और अच्छी तरह से स्वस्थ मिट्टी में अच्छी तरह से बढ़ता है। इसलिए अपने पौधे को पानी तब ही दें जब गमले में ऊपरी मिट्टी का 25 प्रतिशत हिस्सा सूख गया हो। जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो मिट्टी में सीधे पानी डालकर लिपस्टिक के पौधे को पानी देने से रोकें। इससे फंगल से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम हो जाएगा और पौधे लंबे समय तक जीवित रहेंगे। धूप और तापमान

लिपस्टिक का पौधा उज्ज्वल, अप्रत्यक्ष प्रकाश या सीधे सुबह के सूरज में पेंशता है इसलिए सुनिश्चित करें कि बेहतर विकास और फूल के लिए पर्याप्त धूप मिले। आपको बता दें कि इस पौधे को 18 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान की जरूरत नहीं होती। इसलिए ध्यान रखें कि तापमान में अचानक परिवर्तन न हो। खाद रखने का ध्यान रखें

पौधे के अच्छे विकास के साथ ही फूल खिलते रहें इसके लिए खाद का भी ध्यान रखना होगा। ऐसे में आपको इसकी आधी मात्रा तक पतला करना है। अब गर्मी और वसंत के मौसम में सप्ताह में एक बार इसका प्रयोग करें। जबकि सर्दियों के दौरान सर्दियों में भी लिपस्टिक लगाने की एक महीने में ही जरूरत होती है। कीट से इस तरह बचाएं

लिपस्टिक के कीटों को नुकसान पहुंचाना भी जरूरी नहीं है, इसलिए पौधे को काफी नुकसान पहुंचाया जाता है और साथ ही बढ़ना भी रुक जाता है। इस तरह पौधे तक पहुंचने की कोशिश करने के लिए साबुन या नीम के तेल का उपयोग करें। अगर ये दोनों ही नहीं हैं तो आप सूखे को पानी में मिलाकर भी सुखा सकते हैं।

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