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गैंगरेप कर की हत्या, फिर पति को फंसा दिया, बेंगलुरु में CID जांच पर 11 साल बाद पूर्व बैंकर गिरफ्तार

बेंगलुरु
11 साल पहले हुए एक गैंगरेप ने सनसनी मचा दी थी। एक 43 साल की महिला का गैंगरेप हुआ और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने केस की जांच की और महिला के पति को जेल भेज दिया। यह केस यहीं शांत नहीं हुआ, पति को झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने का आरोप लगा। पति को कोर्ट ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। केस फिर तूल पकड़ा और मामला कर्नाटक सीआईडी को ट्रांसफर किया गया। सीआईडी ने जांच शुरू की और अब 11 साल बाद इस केस में चार्जशीट दाखिल की गई है। चार्जशीट में केनरा बैंक के पूर्व प्रबंधक सहित तीन लोगों को महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

मुख्य आरोपी और पूर्व बैंक मैनेजर नरसिंह मूर्ति (65), उनके सहयोगी दीपक सी (38) और हरिप्रसाद (45) न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उनके खिलाफ गुरुवार को आरोपपत्र दाखिल किया गया था।

2013 में लापता हुई थी महिला

महिला का शव 15 फरवरी, 2013 को येलहंका के पास चिक्काजाला में मिला था। उसके पति ने पहले गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। तब चिक्काजाला इंस्पेक्टर एम परमेश ने 18 मई 2015 को महिला के पति को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि उसने घर में अपनी पत्नी की हत्या कर दी और शव को फेंक दिया। इंस्पेक्टर ने आधार बनाया कि जांच में दंपति के घर में खून के धब्बे मिले और फोरेंसिक जांच में पता चला कि वे पीड़िता के खून से मेल खाते हैं।

पति को मिला जमानत

पति को 73 दिन न्यायिक हिरासत में बिताने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया। उन्होंने सितंबर 2015 में कर्नाटक हाईकोर्ट में सीआईडी जांच की मांग की और अक्टूबर 2022 में मामला सीआईडी को सौंप दिया गया।

ऐसे शुरू हुई सीआईडी जांच

डीजीपी (सीआईडी) एमए सलीम ने कहा कि उन्होंने मामले की वैज्ञानिक जांच की। उन्होंने कहा, 'हमें पता चला कि महिला के पारिवारिक मित्र के सहयोगी का मोबाइल नंबर उस जगह मौजूद था, जहां शव मिला था। साथ ही, एक प्रत्यक्षदर्शी, जिसने महिला को हत्या से ठीक पहले उसी दोस्त के साथ देखा था, ने हमें एक नया एंगल खोजने में मदद की।'

महिला की तरफ आकर्षित था बैंकर

महिला का पति उस बैंक शाखा में काम करता था, जहां मूर्ति मैनेजर था। मूर्ति ने महिला को कई बार देखा था और वह उसकी ओर आकर्षित हो गया था। सीआईडी के इंस्पेक्टर नरेंद्र बाबू एमआर ने कहा कि मूर्ति ने हेब्बल बस स्टॉप के पास उससे मिलने की योजना बनाई। वहां उसने महिला से कहा कि वह उसे अपना मनोरंजन क्लब दिखाएगा और उसे वहां ले गया।

इस तरह गैंगरेप के बाद ली जान

योजना के अनुसार पूर्व बैंकर ने उसने उसके साथ बलात्कार किया। उसके साथियों दीपक और हरिप्रसाद ने भी महिला के साथ बलात्कार किया और उसका गला घोंट दिया। शव को बोरे में भरकर दीपक और हरिप्रसाद ने चिक्काजाला में फेंक दिया। मूर्ति ने दीपक को बार-बार यह पता लगाने के लिए फोन किया कि उन्होंने शव को फेंका है या नहीं। दीपक ने कॉल रिसीव नहीं की और फिर मूर्ति ने उसे मैसेज किया।

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